प्रयोग कराया नहीं अब रिकार्डिंग से कतरा रहे स्कूल
      20 January 2023

स्वैच्छिक दुनिया ब्यूरो
स्वैच्छिक दुनिया ब्यूरो, लखनऊ। यूपी बोर्ड से संचालित माध्यमिक विद्यालयों में सालभर 12वीं के प्रयोग कराए नहीं गए और अब सीसी कैमरे की बीच प्रैक्टिकल कराने के आदेश से स्कूलों की हालत खस्ता है।

कोई भी स्कूल इस व्यवस्था के तहत प्रैक्टिकल कराने के लिए तैयार नहीं हैं। कमोबेश ऐसी ही स्थिति पूरे प्रदेश की है। प्रदेश के कई जिलों के माध्यमिक विद्यालयों में प्रैक्टिकल लगभग बंद है। कई स्कूलों में लैब नहीं है, तो जहां लैब है वहां उपकरण टूट फूट गए हैं। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने पहली बार 12वीं की प्रायोगात्मक परीक्षा पर नजर रखने के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट की निगरानी और सीसी कैमरे की रिकॉर्डिंग डीबीआर में सुरक्षित रखने के आदेश दिए हैं। पड़ताल में पता चला कि 50 से अधिक स्कूलों के 12वीं के बच्चे साल भर में कभी लैब नहीं गए। अब जब रिकार्डिंग की बारी आयी तो इन्हें पोल खुलने का डर सताने लगा है। कुछ स्कूलों ने जरूर पहल की है। इनके प्रबंधक और प्रधानाचार्य बाजार से स्केल, परखनली, ट्यूब, कुछ जरूरी केमिकल समेत फिजिक्स, बायो, केमिस्ट्री के पोस्टर, उपकरण बाजार से खरीदकर लैब तो सजा दी है, लेकिन बच्चों को प्रैक्टिकल के तरीके ही नहीं पता हैं। लखनऊ में यूपी बोर्ड से 758 स्कूल संचालित हो रहे हैं। इस बार इंटर में 46 हजार बच्चे परीक्षा देंगे। अधिकांश सरकारी इंटर कॉलेज में प्रयोशाला की व्यवस्था ध्वस्त है। छात्रों ने साल भर प्रयोगशाला में कोई प्रयोग नहीं किया। गोंडा। डीआईओएस राकेश कुमार का कहना है कि यूपी बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं 328 केंद्रों पर होंगी। सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। प्रयागराज
जिले में 181 सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय, 34 राजकीय और 864 वित्तविहीन विद्यालय हैं। राजकीय विद्यालयों में तो प्रयोगशाला ठीक-ठाक स्थिति में है लेकिन सेवा समिति विद्या मंदिर इंटर कॉलेज समेत लगभग 55 एडेड कॉलेजों में प्रयोगशाला की स्थिति अच्छी नहीं है।
बरेली। 285 केंद्र हैं। सभी में सीसीटीवी कैमरे और वॉइस रिकॉर्डर हैं। राजकीय हाई स्कूल क्यारा, राजकीय हाई स्कूल अलीनगर केंद्र में लैब नहीं है। शाहजहांपुर के 15 स्कूलों में व्यवस्थाएं अधूरी हैं। बदायूं, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी में सभी स्कूल अपडेट हैं।
कानपुर। कुल 511 कॉलेजों में से 20 में लैब नहीं है। 200 से ज्यादा कॉलेजों में एक भी दिन प्रैक्टिकल नहीं हुए। 250 कालेजों में बेहतर लैब है और प्रैक्टिकल हुए हैं। कन्नौज के 52, फतेहपुर के 53, हरदोई में 321, इटावा के 64, उरई के 80, फर्रुखाबाद के 102 स्कूलों में लैब नहीं है।
मुरादाबाद। मंडल में आधी-अधूरी तैयारियों के बीच प्रायोगिक परीक्षाएं होंगी। मुरादाबाद में बिना कैमरे वाले स्कूल परीक्षा केंद्र नहीं हैं। रामपुर, अमरोहा, संभल के सौ से अधिक स्कूलों में कैमरे का इंतजाम नहीं है। अफसर कह रहे कि ऐसे स्कूलों में शिक्षक मोबाइल से वीडियो बनाकर अपलोड करेंगे।
बनारस।कुछ वित्तविहीन विद्यालयों में लैब की समस्या है। सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। ऐसे स्कूलों की प्रायोगिक परीक्षा दूसरे स्कूलों में होगी। डीआईओएस गिरीश सिंह ने बताया कि परीक्षा रिकॉर्डिंग के बीच होगी। चंदौली, आजमगढ़ और मऊ के कई विद्यालयों में लैब नहीं है।
आगरा। कुल 905 माध्यमिक विद्यालयों में 350 में लैब के नाम पर खाली कक्ष हैं। रसायन लैब में केमिकल नहीं तो बॉटनी में उपकरण नहीं हैं।
मैनपुरी, एटा और कासगंज में तमाम बच्चे बिना प्रयोग करे परीक्षा देंगे। अधिकांश विद्यालय संचालक वीडियो रिकार्डिंग से काम चलाएंगे। स्कूलों में प्रैक्टिकल लैब दुरुस्त करने के लिए अक्तूबर में सभी प्रधानाचार्यों को निर्देशित किया था। इस बार इंटरमीडिएट प्रैक्टिकल कैमरे की निगरानी में होंगे। सेक्टर मजिस्ट्रेट इन स्कूलों में प्रैक्टिकल पर नजर रखेंगे।
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